हम को आज दिल की बाते सुना के सनम (म्मम्म म्मम्म )
आगे यु (ऊऊऊ ) हमको ... बडा (आअ) के सनम म्मम्म ....
रहो (औ औ.. ) मैं मेरी खड़ी थी कही …. \\
मेर सपनो मैं घर है किये ….
मेरे दिल मैं सपने तेरे हर घडी …
दिल भी न जाने क्या क्या कह रहा …
आखो को आखो से मिला दे सनम (म्म्मम्म्म्मम्म)…
दिल की रहो मैं बस जा ॥ ऐ सनम …
हम तो अकेले अकेले ही थे …
गमो के तले हम थे दबे ..
जो तेरी आँखों हमें छु लिया …
आखो से दिल मैं नज़र जो चुबी …
दिल की हर कली ... आज ही खिल गयी …
राहे अअब तो लगे है हँसी …
मत पुचो .. क्या क्या हो रहा …
बिना बोले है जो तुने कहा …
आखे ही अपनी कहानी कहे …
इन्हे आज जो कोई देख ले …
सुन ने वाले आज सुन ले …
गमो के अँधेरे है अब छट गए ..
तेरी रहो मैं हम डट गए …
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Sunday, February 7, 2010
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